इंटरनेट पर मौजूद ऐसे ढेरों वायरस हैं, जो मौका पाते ही हमारे कंप्यूटर में दाखिल होकर उसे तबाह करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। अगर आपके पीसी में एंटी-वायरस या फिर मालवेयर रिमूव करने वाले सॉफ्टवेयर नहीं हैं, तो ये वायरस इंटरनेट के जरिये आसानी से पीसी में घुसकर डाटा की चोरी करने के अलावा पीसी को खराब भी कर सकते हैं।
कई बार ईमेल चेक करते वक्त इनबॉक्स में बहुत सी स्पैम मेल भी होती हैं। स्पैम मेल में वायरस छिपे रहते हैं, जो पीसी पर अटैक कर सकते हैं। जब तक हमें पीसी में वायरस होने का पता चलता है, तब तक काफी देर हो चुकी होती है। यहां कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बताया जा रहा है, जिसकी मदद से आप अपने कंप्यूटर में वायरस का पता लगा सकते हैं।
वायरस होने पर अगर आप के पीसी में सॉफ्टवेयर इंस्टॉल नहीं होगा। पीसी फिर से रीस्टार्ट भी हो सकता है। मतलब पीसी में कुछ गड़बड़ है। अगर पीसी की स्पीड स्लो हो जाए, तो समझिए पीसी में वायरस घुस चुके हैं।
अगर आपके पीसी में अपने आप कोई ऐसा मैसेज बार-बार आने लगे, जो बंद होने पर भी न जाए, तो समझिए कोई मॉलवेयर या वायरस आ चुका है।
अगर आपके पीसी में सेव फाइलों का साइज अपने मन से बदलने लगे, तो समझ लेना चाहिए कि पीसी के सॉफ्टवेयर में कोई गड़बड़ी फैला रहा है।
कई बार ईमेल चेक करते वक्त इनबॉक्स में बहुत सी स्पैम मेल भी होती हैं। स्पैम मेल में वायरस छिपे रहते हैं, जो पीसी पर अटैक कर सकते हैं। जब तक हमें पीसी में वायरस होने का पता चलता है, तब तक काफी देर हो चुकी होती है। यहां कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बताया जा रहा है, जिसकी मदद से आप अपने कंप्यूटर में वायरस का पता लगा सकते हैं।
वायरस होने पर अगर आप के पीसी में सॉफ्टवेयर इंस्टॉल नहीं होगा। पीसी फिर से रीस्टार्ट भी हो सकता है। मतलब पीसी में कुछ गड़बड़ है। अगर पीसी की स्पीड स्लो हो जाए, तो समझिए पीसी में वायरस घुस चुके हैं।
अगर आपके पीसी में अपने आप कोई ऐसा मैसेज बार-बार आने लगे, जो बंद होने पर भी न जाए, तो समझिए कोई मॉलवेयर या वायरस आ चुका है।
अगर आपके पीसी में सेव फाइलों का साइज अपने मन से बदलने लगे, तो समझ लेना चाहिए कि पीसी के सॉफ्टवेयर में कोई गड़बड़ी फैला रहा है।
कहीं आपके कंप्यूटर में वायरस तो नहीं
Reviewed by naresh
on
Tuesday, September 16, 2014
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