अगर आप यह सोचते हैं कि प्यार की उम्र दिल से तय होता है तो आप गलत है क्योंकि शोधकर्ताओं का कहना है कि इसके लिए लव हार्मोन जिम्मेदार है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि जिन जोडों के रक्त में ऑक्सीटॉक्सीन की मात्रा ज्यादा होती है उनके रिश्ते ज्यादा लंबे चलते हैं और जिनके रक्त में इस हार्मोन की मात्रा कम होती है उनका रिश्ता कम दिनों तक चलता है।
लाइव साइंस की रिपोर्ट के अनुसार, अपने अनुसंधान के लिए दल ने ऎसे जोडों के रक्त में ऑक्सीटॉक्सीन की मात्रा की जांच की जिनके रिश्ते तुरंत शुरू हुए थे। छह माह के बाद उन्होंने सभी जोडों के रक्त में ऑक्सीटॉक्सीन की मात्रा की दोबारा जांच की।
इसराइल के बार-इलान विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि आपका प्यार कितने दिनों तक चलने वाला है, "लव हार्मोन" हार्मोन बताएगा। अर्थात रक्त में ऑक्सीटॉक्सी अर्थात "लव हार्मोन"के स्तर की जांच बता चलेगा कि आपका प्यार कितने दिनों तक चलेगा।
शोधकर्ताओं का कहना है कि जिन जोडों के रक्त में ऑक्सीटॉक्सीन की मात्रा ज्यादा होती है उनके रिश्ते ज्यादा लंबे चलते हैं और जिनके रक्त में इस हार्मोन की मात्रा कम होती है उनका रिश्ता कम दिनों तक चलता है।
लाइव साइंस की रिपोर्ट के अनुसार, अपने अनुसंधान के लिए दल ने ऎसे जोडों के रक्त में ऑक्सीटॉक्सीन की मात्रा की जांच की जिनके रिश्ते तुरंत शुरू हुए थे। छह माह के बाद उन्होंने सभी जोडों के रक्त में ऑक्सीटॉक्सीन की मात्रा की दोबारा जांच की।
उन्होंने पाया कि जिनके रक्त में ऑक्सीटॉक्सीन की मात्रा ज्यादा है वे अब भी अपने रिश्ते को बनाए रखने के इच्छुक हैं। जिनके रक्त में इस हार्मोन की मात्रा कम हो गई है उनके रिश्ते टूटने की कगार पर थे।
साभार:दैनिक भास्कर
प्यार की उम्र दिल नहीं हार्मोन तय करता
Reviewed by naresh
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Thursday, March 08, 2012
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