दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल ने एक ऐसी पॉलिसी की घोषणा की है जिसके तहत आपकी प्राइवेसी खतरे में पड़ सकती है। इस पॉलिसी के आने के बाद गूगल आपके बारे में यह जान जाएगा कि आप कौन हैं और क्या कर रहे हैं।
वाशिंगटन पोस्ट अखबार के मुताबिक पहली मार्च से आपको गूगल की प्राइवेट पॉलिसी साइन करनी पड़ेगी और आप इससे बाहर नहीं निकल सकते हैं। गूगल ने कहा कि वह यूजर्स की गतिविधियों को जानने की योजना बना रहा है। यूजर उसके किसी भी सेक्शन मसलन यू ट्यूब, जीमेल और उसके सर्च इंजिन का कहीं भी कभी भी इस्तेमाल करेगा तो उसे हर तरह की सूचना मिलती रहेगी। सच तो यह है कि वह पहले से ही ऐसी सूचनाएं इकट्ठी कर रहा है।
पहली बार अब वह इस तरह के तमाम डेटा को इकट्ठा करके यूजर के बारे में पता लगाएगा। इस कदम से गूगल अपने यूजर्स को समझकर उनके लिए विज्ञापन भेजेगा। यानी अगर कोई सिर्फ क्रिकेट के बारे में जानकारी प्राप्त करता रहता है तो उसे क्रिकेट के ही विज्ञापन दिखेंगे। गूगल यूजर के व्यवहार को पूरी तरह से समझ लेगा और उसके हिसाब से ही सूचना देगा।
अगर आप ऐंड्रायड मोबाइल फोन इस्तेमाल कर रहे हैं या ऑनलाइन हैं तो आपके बारे में तमाम सूचना इकट्ठा कर लेगा। लेकिन आलोचकों का कहना है कि गूगल की इस नई नीति से उन लोगों को धक्का लगेगा जो अपने बारे में हर बात को गुप्त रखना चाहते हैं। वे नहीं चाहेंगे कि उनकी वेबसाइट पर उपस्थिति के बारे में सभी को पता लगे। विश्लेषकों का कहना है कि गूगल इस कदम से ऐप्पल और फेसबुक को टक्कर देना चाहता है। इस कदम से वह सभी सूचनाएं एक जगह रखना चाहता है।
वाशिंगटन पोस्ट अखबार के मुताबिक पहली मार्च से आपको गूगल की प्राइवेट पॉलिसी साइन करनी पड़ेगी और आप इससे बाहर नहीं निकल सकते हैं। गूगल ने कहा कि वह यूजर्स की गतिविधियों को जानने की योजना बना रहा है। यूजर उसके किसी भी सेक्शन मसलन यू ट्यूब, जीमेल और उसके सर्च इंजिन का कहीं भी कभी भी इस्तेमाल करेगा तो उसे हर तरह की सूचना मिलती रहेगी। सच तो यह है कि वह पहले से ही ऐसी सूचनाएं इकट्ठी कर रहा है।
पहली बार अब वह इस तरह के तमाम डेटा को इकट्ठा करके यूजर के बारे में पता लगाएगा। इस कदम से गूगल अपने यूजर्स को समझकर उनके लिए विज्ञापन भेजेगा। यानी अगर कोई सिर्फ क्रिकेट के बारे में जानकारी प्राप्त करता रहता है तो उसे क्रिकेट के ही विज्ञापन दिखेंगे। गूगल यूजर के व्यवहार को पूरी तरह से समझ लेगा और उसके हिसाब से ही सूचना देगा।
अगर आप ऐंड्रायड मोबाइल फोन इस्तेमाल कर रहे हैं या ऑनलाइन हैं तो आपके बारे में तमाम सूचना इकट्ठा कर लेगा। लेकिन आलोचकों का कहना है कि गूगल की इस नई नीति से उन लोगों को धक्का लगेगा जो अपने बारे में हर बात को गुप्त रखना चाहते हैं। वे नहीं चाहेंगे कि उनकी वेबसाइट पर उपस्थिति के बारे में सभी को पता लगे। विश्लेषकों का कहना है कि गूगल इस कदम से ऐप्पल और फेसबुक को टक्कर देना चाहता है। इस कदम से वह सभी सूचनाएं एक जगह रखना चाहता है।
1 मार्च से गूगल पर कुछ भी नहीं रहेगा 'प्राइवेट'
Reviewed by naresh
on
Saturday, February 25, 2012
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